मेथी की पैदावार सबसे ज्यादा सर्दियों में होती है और खाया भी इसी मौसम में जाता है। मेथी की पत्तियां, हरी पत्तेदार सब्जियों में से एक हैं। मेथी की पत्तियों को दाल, सब्जी और पराठे के रूप में खाया जा सकता है। मेथी की पत्तियां ना सिर्फ आपके खाने का जाएगा बढ़ाती हैं बल्कि सर्दियों में आपको अच्छी सेहत भी प्रदान करती हैं। मेथी के पत्ते खाने के फायदे मेथी के पत्तों में कई ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं जिनके सेवन से कई बीमारियों से बचाव होता है, साथ ही यहां विभिन्न प्रकार के समस्याओं को दूर करने में भी मददगार है। हृदय रोगों में लाभकारी मेथी के पत्तियों में गैलेक्टोमैनन की उपस्थिति के कारण यह हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसमें पोटेशियम भी पाया जाता है जो हृदय गति और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए सोडियम की क्रिया का मुकाबला करती है। डायबिटीज में है रामबाण मेथी में मौजूद प्राकृतिक घुलनशील फाइबर गैलेक्टोमैनन खून में शुगर के अवशोषण की दर को धीमा कर देता है। इसमें इंसुलिन के उत्पादन को प्रेरित करने के लिए जिम्मेदार अमीनो एसिड भी ...
खबर चक्र। वाइस एडमिरल अजीत कुमार पी ने आज 31 जनवरी 2019 को मुंबई में पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग- इन -चीफ का पदभार संभाला।
उन्होंने वाइस एडमिरल गिरीश लूथरा पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, एडीसी का स्थान लिया है, जो भारतीय नौसेना में लगभग चार दशकों के शानदार कैरियर के बाद सेवानिवृत्त हुए हैं। नौसेना एयर स्टेशन शिकारा में एक शानदार रस्मी परेड में निवर्तमान और नए कमांडिंग-इन-चीफ को औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद वाइस एडमिरल अजीत कुमार पी निवर्तमान कमांडिंग-इन-चीफ से औपचारिक रूप से नौसेना की कमान संभालने के लिए पश्चिमी नौसेना कमान मुख्यालय गए।
सैनिक स्कूल कझाकूटम और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र वाइस एडमिरल अजीत कुमार पी को 01 जुलाई 1981 को भारतीय नौसेना में कमीशन किया गया था। मिसाइल और तोप विशेषज्ञ के रूप में फ्लैग अधिकारी ने देश और विदेश में युद्धपोतों की सेवा की है। एडमिरल अजीत कुमार पी को दो विदेशी युद्धपोतों सहित छह युद्धपोतों की कमान संभालने का दुर्लभ गौरव प्राप्त है। इनमें गाइडेड मिसाइल कोरवेट आईएनएस कुलिश, गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस तलवार, गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस मुंबई और आईएनएस मैसूर शामिल हैं। अधिकारी ने नौसेना उच्च कमान पाठ्यक्रम पूरा कर लिया है और प्रतिष्ठित नेवल वॉर कॉलेज, न्यूपोर्ट, अमेरिका के पूर्व छात्र भी हैं। एडमिरल ने प्रारंभिक विशेषज्ञ और कमान नियुक्तियों में पश्चिमी नौसेना कमान में बड़े पैमाने पर सेवा की है। वह पश्चिमी नौसेना कमान के चीफ स्टाफ ऑफिसर (परिचालन) भी रहे हैं।
वाइस एडमिरल अजीत कुमार पी पूर्वी बेड़े के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग, गनरी और मिसाइल ट्रेनिंग स्कूल के कमांडिंग ऑफिसर- आईएनएस द्रोणाचार्य, आईएचक्यू मंत्रालय (नौसेना) में सहायक कार्मिक (मानव संसाधन विकास) के सहायक और चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम कर चुके हैं। 13 दिसंबर को वाइस एडमिरल के पद पर पदोन्नत, व एझिमाला में प्रतिष्ठित भारतीय नौसेना अकादमी के कमांडेंट रहे हैं। उनके कार्यकाल में उच्च संयुक्त रक्षा प्रबंधन में व्यापक अनुभव भी शामिल है, जहां उन्होंने मुख्यालय आईडीएस में डिप्टी चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (ऑपरेशन्स) और डिप्टी चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (पॉलिसी प्लानिंग एंड फोर्स डेवलपमेंट) के रूप में काम किया है।
वे अपनी पिछली नियुक्ति में नौसेना मुख्यालय, नई दिल्ली में वाइस चीफ ऑफ नेवल स्टाफ थे। उनकी सेवा के लिए उन्हें 2006 में विशिष्ट सेवा पदक, 2014 में अति विशिष्ट सेवा पदक और भारत के माननीय राष्ट्रपति द्वारा 2019 में परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें